आम आदमी पार्टी के विधायकों ने बुधवार को विधायक दल के नेता के रूप में अरविंद केजरीवाल को चुना, सूत्रों के अनुसार , यह वो मुख्य कदम है जो उनके लिए दिल्ली में अगली सरकार बनाने का दावा करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
मुख्यमंत्री केजरीवाल, जिन्होंने मंगलवार को शानदार जीत दर्ज करके अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ दिया, उन्होंने सिविल लाइंस स्थित अपने सरकारी आवास पर विधायकों से मुलाकात की, जिसके दौरान उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया। पार्टी ने दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों में से 62 सीटें जीतीं।
भाजपा के आठ विधायक हैं – विजेंद्र गुप्ता (रोहिणी), मोहन सिंह बिष्ट (करावल नगर), जितेन्द्र महाजन (रोहतास नगर), अजय महावर (घोंडा), अनिल कुमार बाजपेयी (गांधी नगर), अभय वर्मा (लक्ष्मी नगर), ओम प्रकाश शर्मा (विश्वास नगर) और रामवीर सिंह बिधूड़ी (बदरपुर)।
सत्तारूढ़ AAP ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा द्वारा एक उच्च-प्रतीकात्मक अभियान के बावजूद 70 सीटों में से 62 सीटें जीतकर एक शानदार जीत हासिल की, इस अभियान के साथ अमित शाह ने दिल्ली की राजनिति में अपनी जीत सुनिश्चित करने का दम भरा जिसको पूर्ण रूप से विफल बनाने में पूर्व मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल की एक टुकड़ी ने अपना सहयोग दिया।
दिल्ली चुनाव में भाजपा 2015 के हुए चुनाव में 3 सीट की बजाये 2020 के चुनाव में मामूली सी बढ़त के साथ सिर्फ 8 ही सीट से जीती
। पिछले चुनावों में खाली रहने वाली कांग्रेस अब तक अपना खाता खोलने में असफल रही।
AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल 16 फरवरी को तीसरी बार रामलीला मैदान में शपथ लेंगे।