भारत के नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 थी। भूकंप का केंद्र दिल्ली से सटे गुरुग्राम के दक्षिण पश्चिम में 63 दूर स्थित था। हालाकिं इन झटकों से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पर लगातार कुछ महीनों से निरंतर मात्रा में यह झटके महसूस किये जा रहे है।
वैज्ञानिकों का मानना है की एक बार आये भूकंप से दुबारा भूकंप आने की सम्भावना बढ़ जाती है पर पिछले 4 महीनों में लगभग 3 से भी अधिक बार भूकंप आने से लोगो में संशय पैदा हो गया है। यह डर सताने लगा है की कही यह किसी बड़े खतरे की आहट तो नहीं।
जैसा की सब जानते है की भारत का हिमालय दो प्लेटो के टकराने से बना है। यही कारण है की इस क्षेत्र में भूकंप अक्सर आते रहते है। पर इस तरह लगातार झटके कभी नहीं महसूस किये।
आजकल जिस तरह से कोविड -19 और अन्य प्रकार की आपदाएं हो रही है कुछ लोग इसे दुनिया के अंत से जोड़ कर भी देख रहे है। बहरहाल यह एक खगोलीय घटना है। और आने वाले समय में भी भूकंप के झटके महसूस किये जा सकते है।